गांव की पगडंडियों में सायकल चलाई है मजा भी बहुत आया,धूल भी बहुत खाई है ! टेढ़ी मेढ़ी,संकड़ी,लहराती लेकिन सही जगह ले जाती ! पेड़ की छांव के नजदीक से तो यूँ गुजरती जैसे थक जाओ तो आराम फरमाते ही जाओ ! ऊपर नीचे आड़ी टेढ़ी,सांप जैसा भरम बनाती कीचड़ वाली,पथरीली,घास वाली रपटीली ! ट्रैफिक जाम यहाँ गाय और भैंसे करती है कभी कभी ट्रैक्टर और बैलगाड़ी भी मिलती है ! पड़ गई नजर जो तस्वीर पर बहुत दिनों बाद याद आई है ! #pra #poetry #yqbaba #yqdidi #yqhindi #shabdanchal #पगडंडी #random