हर एक सिर तिरंगे की शान में झुका हो आसमां के ललाट पर तिरंगे का मुकुट हो धरा पर अहिंसा की फसलें उगाईं जायें धानी रंग की पोशाक पहन कर इठलाती रहे पवन विश्व मानचित्र पर केसरिया रहे अटल जन - जन में हो भाई चारा कण - कण में बहे प्रेम की रसधारा मेरे अरमानों का भारत देश,तिरंगा प्यारा जय हिन्द । वन्देमातरम् ।। #जय#हिन्द