Nojoto: Largest Storytelling Platform

चाँदनी रात लगाती वो काजल के पीछे है एक बंजर जमीन

चाँदनी रात लगाती वो  काजल के पीछे है
एक बंजर जमीन पर  कुछ इश्क़ के पौधे सींचे है

समझौता कर अरमानो को कुचल आगे चल दिया
हर मोड़ पर वो मेहंदी  वाले  हाथ खींचे है

कल फिर इंसानियत को मरते देखा खून से लथपत सड़क पे
आलम ये है इतने बेफिक्रे हो गए देखे भी आँखें मींचे है
और जो सोये हुए है लाशों की कब्रों पर
उनके नीचे कुछ फूलों के  बगीचे है

©Dr Ravi Lamba #MereKhayaal #hindi_poetry #hindighazal #urdushayari #hindi_shayari #jaunelia
चाँदनी रात लगाती वो  काजल के पीछे है
एक बंजर जमीन पर  कुछ इश्क़ के पौधे सींचे है

समझौता कर अरमानो को कुचल आगे चल दिया
हर मोड़ पर वो मेहंदी  वाले  हाथ खींचे है

कल फिर इंसानियत को मरते देखा खून से लथपत सड़क पे
आलम ये है इतने बेफिक्रे हो गए देखे भी आँखें मींचे है
और जो सोये हुए है लाशों की कब्रों पर
उनके नीचे कुछ फूलों के  बगीचे है

©Dr Ravi Lamba #MereKhayaal #hindi_poetry #hindighazal #urdushayari #hindi_shayari #jaunelia
drravilamba1126

Dr Ravi Lamba

New Creator
streak icon1