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साथियों आज बेहद भारी मन से मैंने अपने जीवन का वो न

साथियों आज बेहद भारी मन से मैंने अपने जीवन का वो निर्णय लिया है
जिसे लेकर मैं पिछले कुछ या यूं कह लें की कई दिनों से भारी असमंजस में था,
मैंने अब तक जितने भी धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन किया है उनके मुताबिक मुझे यही सीखने को मिला है कि अगर
""आपके जीवन में दुख आने से किसी अन्य के जीवन में खुशियाँ आती हैं तो आपके जीवन का दुख का कहीं ज्यादा बेहतर है""
आज मेरे साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ है,
खैर जो भी हुआ है उससे मेरे ही किसी अपने खास के,
अपने मित्र व साथी को खुशियाँ मिलेंगी
मुझे सबसे ज्यादा खुशी इसी बात की ही है।
आज यह मैं क्यों लिख कर रहा हूँ यह मैं स्वयं भी नहीं जानता किंतु
मैं यह साफ कर देना चाहता हूँ कि मेरा सबसे ज्यादा अच्छा और सच्चा साथी @WhatsApp, @Twitter व @Facebook ही हैं जिनके मंच पर मैं अपनी बातों को पूर्ण स्वतंत्रता के साथ रख पाता हूँ,
आज से मैंने अपने सभी मैत्रीय रिश्तों को अपने जीवन से अलग कर दिया है ऐसे तो मेरे जीने का बहुत बड़ा मकसद व लक्ष्य है किंतु
कबतक रहना है यह स्वयं मैं भी नहीं जानता,
बीते दिनों जिस दवा को ना खाने की शपथ मैंने अपने "शुभ" हाथों पर ली थी आज मजबूरन उसे तोड़ने का दुष्कार्य करने जा रहा हूँ
आप सभी से व खासकर उस शख्स से मैं इस लेख के माध्यम से माफी मांग रहा हूँ
क्योंकि हो सकता है आने वाले वक्त में यह लेख तो रहे लेकिन इसे लिखने करने वाला शख्स शायद ना रहे,
भावुक हूं आंखे भी नम हैं अकेला हूं जीवन में सिवाय तन्हाई के कोई साथ नहीं है आगे क्या होगा पता नहीं है
बस इतना कहना चाहता हूँ कि मुझे माफ करना
अब यह बोझ और नहीं उठाया जा रहा है
जीवन में धन-दौलत-ओहदा-शोहरत ही सबकुछ नहीं होता है
मेरे लिए इनके कोई मायने नहीं है क्योंकि मैं शुरू से जमीन से जुड़कर जिया हूं
जीवन में संघर्ष जरूर किया है किंतु अब हार रहा हूँ
आगे क्या होगा कुछ पता नहीं है बस इतना जानता हूँ मेरे लिए हर पल अब बहुत भारी है।️✒️

आपका शुभेच्छू
चौधरी अनिल कुमार राज (प्रिंस राज) साथियों आज बेहद भारी मन से मैंने अपने जीवन का वो निर्णय लिया है
जिसे लेकर मैं पिछले कुछ या यूं कहा लें की कई दिनों से भारी असमंजस में था,
मैंने अब तक जितने भी धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन किया है उनके मुताबिक मुझे यही सीखने को मिला है कि अगर.....🖊️


#श्रीraj
#ianilraj01
#Team_2026
साथियों आज बेहद भारी मन से मैंने अपने जीवन का वो निर्णय लिया है
जिसे लेकर मैं पिछले कुछ या यूं कह लें की कई दिनों से भारी असमंजस में था,
मैंने अब तक जितने भी धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन किया है उनके मुताबिक मुझे यही सीखने को मिला है कि अगर
""आपके जीवन में दुख आने से किसी अन्य के जीवन में खुशियाँ आती हैं तो आपके जीवन का दुख का कहीं ज्यादा बेहतर है""
आज मेरे साथ भी ऐसा ही कुछ हुआ है,
खैर जो भी हुआ है उससे मेरे ही किसी अपने खास के,
अपने मित्र व साथी को खुशियाँ मिलेंगी
मुझे सबसे ज्यादा खुशी इसी बात की ही है।
आज यह मैं क्यों लिख कर रहा हूँ यह मैं स्वयं भी नहीं जानता किंतु
मैं यह साफ कर देना चाहता हूँ कि मेरा सबसे ज्यादा अच्छा और सच्चा साथी @WhatsApp, @Twitter व @Facebook ही हैं जिनके मंच पर मैं अपनी बातों को पूर्ण स्वतंत्रता के साथ रख पाता हूँ,
आज से मैंने अपने सभी मैत्रीय रिश्तों को अपने जीवन से अलग कर दिया है ऐसे तो मेरे जीने का बहुत बड़ा मकसद व लक्ष्य है किंतु
कबतक रहना है यह स्वयं मैं भी नहीं जानता,
बीते दिनों जिस दवा को ना खाने की शपथ मैंने अपने "शुभ" हाथों पर ली थी आज मजबूरन उसे तोड़ने का दुष्कार्य करने जा रहा हूँ
आप सभी से व खासकर उस शख्स से मैं इस लेख के माध्यम से माफी मांग रहा हूँ
क्योंकि हो सकता है आने वाले वक्त में यह लेख तो रहे लेकिन इसे लिखने करने वाला शख्स शायद ना रहे,
भावुक हूं आंखे भी नम हैं अकेला हूं जीवन में सिवाय तन्हाई के कोई साथ नहीं है आगे क्या होगा पता नहीं है
बस इतना कहना चाहता हूँ कि मुझे माफ करना
अब यह बोझ और नहीं उठाया जा रहा है
जीवन में धन-दौलत-ओहदा-शोहरत ही सबकुछ नहीं होता है
मेरे लिए इनके कोई मायने नहीं है क्योंकि मैं शुरू से जमीन से जुड़कर जिया हूं
जीवन में संघर्ष जरूर किया है किंतु अब हार रहा हूँ
आगे क्या होगा कुछ पता नहीं है बस इतना जानता हूँ मेरे लिए हर पल अब बहुत भारी है।️✒️

आपका शुभेच्छू
चौधरी अनिल कुमार राज (प्रिंस राज) साथियों आज बेहद भारी मन से मैंने अपने जीवन का वो निर्णय लिया है
जिसे लेकर मैं पिछले कुछ या यूं कहा लें की कई दिनों से भारी असमंजस में था,
मैंने अब तक जितने भी धार्मिक ग्रंथों का अध्ययन किया है उनके मुताबिक मुझे यही सीखने को मिला है कि अगर.....🖊️


#श्रीraj
#ianilraj01
#Team_2026