लोग कहते हैं मैं बहुत खूबसूरत दिखती हूं, पर खुशी तब होती है जब कहते हैं मैं अपने मां-बाप की तरह दिखती हूं। कुछ लोग मुझे सिखा रहे हैं प्यार अंधा होता है, अरे! जनाब , मां बाप ने पहले ही साबित कर दिया है। मेरे कविता में तो एक ,दो पंक्तियां है। मेरे मां-बाप वो व्याख्या है जिसका वर्णन भगवान भी नहीं कर सकते। अपने मां-बाप की व्याख्या क्या करूं इस कविता की कोई हैसियत ही नहीं। ©KANGNA MISHRA प्रिय मां और पिता - @कंगना मिश्रा #motherandfather #quotes #likeandcomment Akash shri vastav