जब तुम आओ तो घर भर की कविताओं को देख ऊब न जाना। पहले हाथ मिलाना, फिर आहिस्ता-आहिस्ता गले लग जाना। उसके बाद मेरी धड़कन के होठों से सारी कविताओं को हौले-हौले सुन लेना। कोई भी माला चुन लेना मेरे गले के लिए; मेरे भले के लिए मुझे अपना बना लेना सदा के लिए!! ...by Vikas Sahni ©Vikas Sahni #आओ_तो #EkLadkiKoDekha