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जब कभी ख़्वाबों के शहर से होकर गुज़रते हैं तेरे ख़

जब कभी ख़्वाबों के शहर से होकर गुज़रते हैं
तेरे ख़यालों के किसी खाली मकां में ठहरते हैं
वीरानगी गूंजती हुई मिलती है बन्द कमरों में
दीवारों पर लिपटी खामोशी से रूबरू होते हैं

©रोहित मिश्रा 'हीरू' #City
#khwaab 
#Khayaal 
#makaan 
#Veerangi
#Kamre 
#deewar 
#Khamoshi
जब कभी ख़्वाबों के शहर से होकर गुज़रते हैं
तेरे ख़यालों के किसी खाली मकां में ठहरते हैं
वीरानगी गूंजती हुई मिलती है बन्द कमरों में
दीवारों पर लिपटी खामोशी से रूबरू होते हैं

©रोहित मिश्रा 'हीरू' #City
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