#OpenPoetry कहते है सभी मुझे कि जानते है वो मुझे लेकिन वाकिफ़ नहीं है कोई मेरे हर एक- एक पहलू से 1. मेरे जीवन की क़िताब को खोला नहीं कभी किसी ने अरे, एक पन्ना तक कभी पढ़ा नहीं और कहते है सभी मुझे की जानते है वो मुझे लेकिन वाकिफ़ नहीं है कोई मेरे हर एक -एक पहलू से 2. परखा गया हमेशा मुझे बाहरी सुंदरता से लेकिन किसी ने ना परखा मेरा दिल कभी के मुझमे भी कही छुपी हुई हूँ मैं और कहते है सभी मुझे की जानते है वो मुझे लेकिन वाकिफ़ नहीं है कोई मेरे हर एक -एक पहलू से #OpenPoetry kehte hai sabhi mujhe #part1 #feelings #poetry