'मेहनत' हाथों की, और मन में विश्वास हो चलते रहे कर्म पथ पर तक़दीर 'सँवर' जाए अनगिनत बाधा जीवन पथ पर आती रहेगी डरकर इन बाधाओं से हम ना 'बिखर' जाए सूरज की 'रोशनी' में जलकर बड़े आगे हम तपकर जलकर जीवन हमारा 'निखर' जाए कांटे हज़ारों यूँ 'राजीव' संग रहते है 'कृष्णा' सबसे हिलमिल रहे तो तक़दीर 'सँवर' जाए राजीव:_ कमल (पुष्प) ♥️ Challenge-654 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें। ♥️ अन्य नियम एवं निर्देशों के लिए पिन पोस्ट 📌 पढ़ें।