वो आए तो जीने की वज़ह लौटे.... मिरि रेत सी ज़मीन पर नमी लौटे.... वक़्त ने जमा दिए चमन बाहर के.... वो आए तो गुलाबों से खुशबू लौटे..... मैंने देखा हैं दरिया को बंजर होते.... वो मिले तो निगाहों के समंदर लौटे.... जिस बस्ती में था एक मकां मेरा... वो दिखे तो फिर मेरा शहर भी लौटे..... — кυмαя✍️ ©The Unstoppable thoughts #Relationship #वो #लौट #आए #तो #Nojoto #nojotowriters #nojotohindi gokul Pushpvritiya indira Amita Tiwari SHWETA DAYAL SRIVASTAVA