"ख़ैर हम ज़िंदा हैं" क्यों, किस उम्मीद पे, किसके लिए? यूँ तो रात को सितारे भी लौट आते हैं जैसे बिछड़े थे वैसे ही छा जाते हैं गुनाह तो हम किये यह मालूम हमें मगर आपसे माफ़ी की भी मांग करते हैं नज़रें क्या मिली आपको दिल ने अपना लिया क्या समझा क्या जाना बातों बातों में इज़हार कर दिया कितना बेवक़ूफ़ हम निकले खो गए औकात की खोज में जो आपने कहा था कभी प्यार के काबिल कौन होते हैं पछताना रिझाना और बदलना हमारी आदत नहीं क्या इसलिए हमारी खुशियां आपको मंजूर नहीं? बंध गई है ज़िन्दगी ग़म के पिंजरे में मिला जो आपसे भेंट में हम मरना पसंद करते हैं ख़ैर हम ज़िंदा हैं … #an_unproven_star #gham_e_sultaan #sultaan_e_gham #emotions #lifequotes #yqhindiurdu #lovequotes