White धुआं बया करता है दर्द राख निशानियां छोड़ जाती है, किसी की गुफ़्तगू में भी दम नही होता, किसी की ख़ामोशी फ़साने छोड़ जाती हैं. ©हिमांशु Kulshreshtha छोड़ जाती है