उम्मीद का परिंदा फड़फड़ाता है, तोड़ कर हर बंधन आसमान छूना चाहता है। हौसलें इसके फ़ौलादी हैं, ये तो बस उड़ने का आदी है, टूटता है बिखरता है संभल जाता है अपने परो को खोल हज़ारो सपने संजोना चाहता है। तोड़ कर हर बंधन आसमान छूना चाहता है। ©krtikadreamer #Freedom #Life #laugh #Nojoto #Shayari #Hindi