लाज बची है थोड़ी भी अगर, तो बनारस घूम कर आओ,! हे गंगापुत्र ! बुला रही है माँ, जाकर उसे चेहरा तो दिखाओ,! ढूँढ रही है मैय्या तेरा मुखड़ा, अनगिनत लाशों में बैठ कर! गर जिंदा हो तो एक बार, मां गंगा से मिलकर तो आओ,!! Mujhe Ganga Maiya ne Bulaya hai. #fekuchand