इश्क़ ए मरीज़ हूं मैं इसकी दवा नहीं टूटे हुए दिलों की कोई ख़ता नहीं इश्क़ ए मरीज़ ही असल मे है ख़ताकार क्योंकि मुझे पता था इश्क़ की दवा नहीं ✍️अली आलवी"अल्फ़ाज़" #AliAlviAlfaaz