बच भी गया तो कहा जायेगा मुमकिन है कि तू मर जायेंगे मोहब्बत कहने को तो एक अलफ़ाज़ है... फ़क़त अलफ़ाज़ ! जो समझने पर आया तो जान से जाऐगा ।। कब तक #बचे-गा रे ...