सौ बार कहूँ फिर भी न सुने दिल चीज़ ही ऐसी है उम्मीदें चुने और ख्वाब बुने दिल चीज़ ही ऐसी है अपनी ही कहे अपनी ही सुने दिल चीज़ ही ऐसी है न सबर करे न रोके रुके दिल चीज़ ही ऐसी है जहाँ राह न हो उस ओर मुड़े दिल चीज़ ही ऐसी है नमस्कार लेखकों।😊 हमारे #rzhindi पोस्ट पर Collab करें और अपने शब्दों से अपने विचार व्यक्त करें । इस पोस्ट को हाईलाईट और शेयर करना न भूलें!😍 हमारे पिन किये गए पोस्ट को ज़रूर पढ़ें🥳