ये रात इतनी सुन्दर है कि सारी रात जागने को जी चाहता है| ये तेरे केशू जैसे कोई काली घटाऐ बरस जा जरा इनमे भीगने को जी चाहता है| ये गहरी नीली झील सी तेरी आंखे तैरना जानता हू| फिर भी डूब जाने को जी चाहता है| # ji chahta hai