☠️💀👹 भोले 👹💀☠️ कर में त्रिशूल जटा में गंगा, कंठ में विष का प्याला है; गौरी का यह शंकर ठहरा, जग के लिए भोला है; भस्म रमाये तन पर, गल में सांपों की माला है; तांडव करता भूतों पर, जग के लिए भोला है; नंदी की करके सवारी, डम डम डमरू बोला है; भांग धतूरा मूल सुपारी, गट-गट पीया विष का प्याला है; प्राण हरे वो पापी के, जग के लिए भोला है; तीन लोक का मालिक है वो, वही शिवालय ढाल है; वही है शंकर, वही शिवा जी, वो ही तो महाकाल है;... #भोले #bhole #shiv #poem #write #hindi #life #india #shivratri