नमन है 'अनाम' इस लेखक समाज को मेरा नमन है सबसे मजबूत आवाज को मेरा। Read in caption काव्य रस सबके भीतर है थोड़ा वही बेहतर जिसने सही दिशा देकर मोड़ा कोई लिखता टूटे दिल का हाल कोई लिखता जी का जंजाल महबूबा के प्रेम में शायर बने फिरते हैं प्रेम रस की शायरियां कहते फिरते हैं