देख तुम्हें प्रसरित हुआ, है चहुँ दिशि आनंद। वसुधा का कण कण खिला,प्रमुदित हैं खगवृन्द।। ✍परेशान✍ ©Jitendra Singh #प्रातः #sun #sunrise #sunrays Rakesh Srivastava Advocate Suraj Pal Singh DELHI Hemant Samadhiya Dharmendra Singh anjali foujdar