सब्र का बांध अब टूटने वाला है मेरा अक्स मुझसे रूठने वाला है दुसरो का लूटते हुए बहुत देखा अब मेरा जहाँ ही लूटने वाला है हमसफ़र मेरा थक चुका है अब बीच सफर वापिस मुड़ने वाला है किसको सुनाएं दर्द अब दिल का ग़रीब की कोई नहीं सुनने वाला है एक ख्वाहिश पूरी कर लो 'शैंकी' साँसों का साथ अब छूटने वाला है। लूटने वाला है सब टूटने वाला है #yqbaba #yqdidi #yqquotes #yqhindi #poetry #shayari #love #ghazal