अब हिंदी कुछ कहना चाहती है के उसके साथ क्या हो रहा है? समाज के बदलते रूप ने मेरे रूप को बदला है नमस्ते का स्थान अब हाय नहीं लिया है अस्तित्व पर अब मेरे प्रश्नचिन्ह लगे हैं यह अंग्रेजी सौदागर मुझे हटाने पर उतरे हैंअब मेरी तुमसे गुहार है क्यों इतना बवाल है मेरे अस्तित्व को समझो हमारी परंपरा का सवाल है मैं नारी की सुंदरता हूं कवि की काल्पनिकता हूं मनुष्य की भावुकता वास्तविकता हूं हां मैं हिंदी हूं मैं हिंदी हूं हां मैं ही हिंदी हूं शारदा राजपूत हिंदी के साथ क्या हो रहा है# #HindiDiwas2020