कलमकार और कलम कलमकार की कलम में भावों की स्याही होती है, लेखनी ही कलमकार की सच्ची हमराही होती है। कलमकार की कलम कभी निराधार न लिखती, दौलतमंद लगादे खूब बोली यह बिक नहीं सकती। JP lodhi 22/07/2020 #kalamkarourkalam