सच्चाई कहां रही लोगों में अब तो सब झूठ का कारोबार हो गया अब मेहनत की आदत नही रही देश के चौकीदारों में देश को लूटना ही इनका रोजगार हो गया कैसा था कैसा हो गया हालत इस देश की दुश्मन खुश हमारा हालत बेकार हो गया अब तो सच को छुपाते हैं झूट को दिखाते हैं ये मीडिया भी राजनीतियों का गुलाम हो गया वादे लाख करते हैं निभाते एक भी नही ये नेतों का फेकने की आदत शुमार हो गया मासूम वक्त बहुत बुरा चल रहा है देश का धर्म के नाम पर चुनाव जितने का रिवाज हो गया ©Masumwriter दोस्तों 1000 follower badhane me help kare aur follow aur like karein #rayofhope