हथेली रची हो तो लुभाती बड़ी है सभी कहते मेहंदी कितनी चढ़ी है ! तारीफ होगी; बड़ा प्रेमी है साजन मेंहदी पिसी है,न समझे कोई जन। कुछ ऐसा ही है जिंदगी का दर्पण नींव की ईंटों का करे कौन वंदन कंगूरों की तारीफ का ही समय है मेहंदी की नियत पहले से तय है। जो चाहो सुगंधित अपना घर आंगन तो रखना ही होगा मेहंदी सा जीवन पिसना भी होगा, महकना भी होगा तभी निखरेगा,सब रिश्तों का दामन। #मेंहदी और जीवन #yqdidi #yqhindi #jayakikalamse