ख़्वाहिश मिरे इस क़ल्ब में बस इक यही ख्वाहिश रही है! रहे खुशहाल तेरी ज़िंदगी ख्वाहिश रही है! मिरी तअ'माम ख्वाहिश हिज्र में ही मर गयी थी! न जाने कैसे मुझ में फिर बची ख्वाहिश रही है! पढूँ भी और लिक्खूँ भी सनम बस नाम तेरा! सदा हो बस तेरी ही बंदगी ख्वाहिश रही है! ज़हाँ रौशन रहे हर हाल में हर दम तुम्हारा! कभी छूए न तुझ को तीरगी ख्वाहिश रही है! ये तन्हा स्याह रातों से हमेशा दूर रहना! तेरे कदमों को चूमें रौशनी ख्वाहिश रही है! #khwahish #ghazal #hindighazal #nojotowritings #nojotohindi #hindipoet #hindipoetry #hindiurdu #jaajib #ghazal #chandanvibes #wordporn #wordswag #wordswisdom #igwriters #instawriters #writersofig