जिवन का चार आर्य सत्य :- ये संसार दुख से परिपुण - दुख का कारण हे कामना और आसक्ति -कामना कि विनाश से दुख का विनाश -दुख से मुक्ति पाने के लिये निर्धिष्ट मार्ग गौतम बुद्ध ©Lovely…❤❤ गौतम बुद्ध