मेरे हाथों से दूर, पास रहकर भी कितने मज़बूर। कितनी भी कोशिश कर ले हाल-ए-दिल मग़र ये दूरी हमें अक्सर सताती है। एक एहसास का ये बस दामन टूट ना जाये, ये सोच कर अक्सर हमारी जान जाती है। कितनी भी कोशिश कर ले हाल-ए-दिल मग़र ये दूरी हमें अक्सर सताती है। #सुचितापाण्डेय मैं भी हूँ मजबूर, और तू मुझसे दूर... #हाथोंसेदूर #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #suchitapandey #सुचितापाण्डेय