विष का प्याला धारण करके सुख का निवाला देते हैं। अंधकार में हो गर हम तो वही उजाला देते हैं। बाय अंग में उमा बिराजे, गले नाग की माला साजे। कर में उनके डमरु बाजे, भूत प्रेत संग भोले नाचे। संपूर्ण जगत में हर्ष है तुमसे, सफलता और उत्कर्ष है तुमसे। वर्षों से मेरे नैन है बरसे, तेरे ही दर्शन को तरसे। जटा में सिमटा अनुपम गंग रहते नंदी गणप्रीत के संग भस्म रमाए रहते तन पर, स्वयं में रहते हरदम मग्न गांजे की फूँक भी भरते हैं पर सर्वप्रिय है उनको भंग। अकमन धतूरे में मिल जाता शिव शंभू का अनुपम गंध भगवा रंग के ध्वजा मे मिलता प्रतिबिंब तेरा हमें हर क्षण कैलाश पति कैलाश में बसते कभी ना होते ताप से तंग। भूल क्षमा करते अविनाशी केवल देते अपराध का दंड। अथाह प्रेम संतानों से करते, करते दूर जग का हर द्वंद। जो सुख ना दे पाता यंत्र, अखिलेश्वर देते हैं उसका मंत्र। जप लो उनका नाम प्रेम से, ह्रदय में कर लो उन्हें बंद। सफलता की गति बढ़ेगी जो वर्षों से पड़ी थी मंद। मंजिल तक पहुंचाएंगे शिव करना बस जीवन भर यत्न। हृदय में धारण कर उनको, वो जगत के हैं अनमोल रत्न। ©✍️verma priya #Maha_shivratri #sunset #happiness #sad #poetry #myvoice #स्टोरीज #कोट्स Ankit Lawaniya रोहित तिवारी । Shikha Sharma Waffa की तलाश ...Waffaon के साथ... A दिल... मुझको तू चाहिए tushar pandit(तन्हाईयो का बादशाह)