तुम ओस की बूंदों सी, फूलों पे चमकती हो Dedicating a #testimonial to Neha Sharma✍️ पूर्णमासी के चांद सी, धवल चांदनी बिखराती तुम, खुशी के लम्हों से बुना, गीत अदभुत सा गाती तुम, उदासी के टांके उधेड़, खुशी से रफू कर जाती तुम, अपने लिए भी,