है मंजिले बहुत दूर, पर मुझे जाना है जरूर, पथ कठिन है पथिक अकेला, बाधाओं ने आकर है मुझे घेरा, निंदा अपयश से डरना नहीं, कामयाबी देख किसी से ईर्ष्या नहीं, मेहनत के बल से आगे बढ़ू, सभी बन्दीजनो से विनती करू, कितनी बाधाओं को पार किया, गिर गिर के फिर संभला जरा, गिरते देख हंसते है लोग, और कुछ नहीं तो फिर गिराते है वो, पर धूल में गिर उठना है मुझे ध्रुव तारा सा चमकना है आज, बन कर्मठ, मेहनत का पसीना चमका, मै लक्ष्य को भेद फिर आगे बढ़ा, समय का चक्र बदला है हमेशा, गिरता हुआ भी संभला हमेशा, ऊंचाईयों पर पहुंच कर इतराना नहीं, सबका साथ है पाना मुझे, सबकी खुशी खुश करती मुझे। #FullAazadi Ramjeet Sharma(Mr. Wow🙈😍)