ये कैसा रिश्ता है उसका मेरे साथ वक़्त के साथ ही अपने तरीके बदल लेता है वो कभी प्रेयसी बना लेता है वो मुझे अपनी कभी बोलता है तुम अर्द्धांगिनी हो मेरी कभी वो मुझे अपनी हदें बताता है कभी खुद हदें भूल जाता है कभी सम्मान से रखता है मुझे कभी बोलता है सम्मान वो क्या होता है कभी थप्पड़ लगा देता है वो मुझे मैं जो बोलू कुछ तो मुझे पतिधर्म सिखाता ह वो वक़्त के साथ अपने तरीके बदल लेता है वो #पति