भूल के कुछ यादें तेरी दिल को तेरा सुकूँ दे वो ग़ज़ल कहाँ से लाऊँ भूल के ग़ज़ल अपनी तेरी ग़ज़ल कैसे सजाऊँ दिल में उतार जाएं वो लफ़ज़ कहाँ से लाऊँ भूल के कुछ यादें तेरी, याद कैसे दिल में बसाऊँ mere alfaaz 💝💝💝💝 mere alfaaz 💝💝💝💝