रात के सन्नाटे में जब सब , गहरी नींद में सो रहे थे, में और मेरे ख्वाब, अपनी एक अलग दुनीयाँ सजा, जीवन को संजो रहे थे। ©Kavita jayesh Panot #राते#ख्वाब#जिन्दगी