Nojoto: Largest Storytelling Platform

वो तख़्त बदल देंगे,वो ताज बदल देंगे, जहाँ प्यार नह

वो तख़्त बदल देंगे,वो ताज बदल देंगे,
जहाँ प्यार नहीं,वो समाज बदल देंगे ।
वक्त की गुलामी,कभी हमें पसंद नहीं,
आज को कल,कल को आज बदल देंगे ।
यूँ तो कई बंधन तोड़,जोड़े हमने फिर भी,
जिस बंधन में तू न हो,वो रिवाज़ बदल देंगे ।
बेहद ख़ामोश,बड़े गमगीन रहते हो 'अनिल',
मिल के देखो इकबार,हम मिजाज़ बदल देंगे l

©ANIL KUMAR,)
  #मैं_और_मेरे_जज़्बात 
#मैं_और_मेरे_अलफ़ाज़ 
#मेरीलेखनी✍️(अनिल)