Nojoto: Largest Storytelling Platform

जैसे हो मेरा उपवास बने हो घर मे छप्पन भोग भला मेरा

जैसे हो मेरा उपवास बने हो घर मे छप्पन भोग
भला मेरा दोनों में ही मैं किसका लागाऊ भोग

घर मे दिए जले बिन न रह जाए मेरे बिन
हार शूल का परदेशी त्योहार से आये घिन

मानो बेटा व्याह लिया वधु घर लाया मेरे बिन
ऐसे उजड़े त्योहार लगे मोही घर जाए बिन त्योहार
जैसे हो मेरा उपवास बने हो घर मे छप्पन भोग
भला मेरा दोनों में ही मैं किसका लागाऊ भोग

घर मे दिए जले बिन न रह जाए मेरे बिन
हार शूल का परदेशी त्योहार से आये घिन

मानो बेटा व्याह लिया वधु घर लाया मेरे बिन
ऐसे उजड़े त्योहार लगे मोही घर जाए बिन त्योहार

त्योहार #कविता