जब जब तेरे सीने पे यूँ नज़र फैरती हूँ, ऐ समंदर... मैं तुझमें उतरे बिना बहुत दूर तक तैरती हूँ.. हूं नहीं मैं कोई चित्रकार, के उकेर दूं शक्ल उसकी, कोरे कागज़ पर... हां खयालों में अक्सर मैं उसके अक्स उकेरती हूं... ©शुभम #शायरी #याद #इश्क #समंदर #allalone