काच का खिलौना कितना भी कीमती क्यों ना हो और इसे कितना भी सभाल के क्यों ना रखलों एक दिन टूट ही जाता है और प्यार किसी से कितना भी सच्चा क्यों ना करलो एक दिन साथ छूट ही जाता है ©jaykumar shayar बेहतरीन जुदाई शायरी #Light