बहुत सुन लिया बहुत कह लिया ,अब कहने को बचा क्या ऐ खुदा बता दे मुझे ,इस मोहब्बत की सज़ा क्या है जो भी खुशियाँ है ,ख़ुशी से छीन लेता है तू अब मत पूछना, मेरे मरने की वज़ह क्या है Stop it