शहीद हो रख़ दिया चोला खून से रंगा, तब देश की मिट्टी रोई होगी, थे धन्य वो जवां थी धन्य वो उनकी जवानी, आज नहीं हर दिन है याद आई उनकी बलिदानी, उनके परिजनों का सीना छलनी करके, वो खुद शमशीर लिए सो गए तब स्वप्न में आके, वो फिर "हम हिंदुस्तानी" कह गए।।।।। ©Daksh Jadaun #self_written #Soldier #poem✍🧡🧡💛 #RepublicDay