भगवान ये नहीं कहते मेरे पास आओ या मेरे दान पेटी में दच्छना डालो या फिर मुझपे प्रसाद चढ़ाएं बल्कि भगवान भी यही चाहते है। और कहते है। जो दूध प्रसाद दच्छना मुझे देते हो वो किसी गरीब को बांट दो