कई राजनीतियों के बाद भी सरकार कहती है व्यवस्थाओं के लिए पैसे कम है, अरे छोड़ो सरकार की बड़ी बातों को.. उनसे ज़्यादा तो गरीब मज़दूरों की आत्मनिर्भरता में दम है। कुछ शब्द लिखे है उनके लिए.. जिनकी चप्पले तो टूट जाती हैं चलते हुए... लेकिन हिम्मतें नहीं हारते हैं वो अपनी मंज़िलो तक पहुंचने के लिए। हम जैसे लोग तो कुछ पलों की मशक्कतों से थकते रहें, पर ये लोग आज के दौर में भी बड़ी महत्वपूर्ण बात सिखा गए... मजबूरी आपसे आपका अच्छा या बुरा वक्त पूछ कर नहीं आती, इसलिए हर परिस्थितियों के लिए तैयार रहें।✍️ #hey_diaryspeaks Heena Yadav #majburiyan #atmanirbharbharat #koshishen #zarurihai #helpothers