टेसू पलाश महकते, आया मस्त बसंत | होली होली सब करें, हुडदंग है अनंत ||१|| मधुवन में खेलें किशन, होली राधा संग | मली अबीर जब मुख में, उड़ा रंग ही रंग ||२|| बरसाने की राधिका, नन्द गाँव के श्याम | भर पिचकारी आपने , रंग दिया घनश्याम ||३|| होली2