*शर्मा जी की खुरचन* शर्मा जी को मिली परमिशन, बोले लायेंगें रीवा की खुरचन। हमने भी है आस लगाई,देखेंगे उनकी दिलरूबाई। अब है खुरचन का इंतजार, तभी कविता बनेगी असरदार। खुरचन आने पर होगी शर्मा जी की जय-जयकार।।*खुरचन* खुरचन कैसे आए, शर्मा जी को है उलझन। हमने भी है सोचा नहीं देंगे शर्मा जी को टेंशन ।। शर्मा जी खुश रहो आबाद रहो, यहाँ रहो या धनबाद रहो।। हम तो कर रहे थे केवल कोरी ठिठोली, बुरा न मानो आ गयी है होली।। होली की ठिठोली