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सहजता मे ही सुख का सार छिपा है। जो है जैसा है स्वी

सहजता मे ही सुख का सार छिपा है।
जो है जैसा है स्वीकार करना सीखो,
इसी एक आदत से प्रकृति से आपके
तार जुड़ने शुरू होते हैं और आप अपने
मूल स्वभाव मे स्थित हो पाते हो। बस
यही है सहजता।

©Jai Pathak
  #सहजता