जबसे समंदर को समंदर होने पे नाज होने लगा, कतरे को भी दरिया सा होने से ऐतराज़ होने लगा, बुझ गई जो शमाँ खुद ब खुद रोशन होने से पहले, अंधेरे को भी अंधेरा होने का सरफराज होने गया। ©Jajbaat-e-Khwahish(जज्बात) जबसे समंदर को समंदर होने पे नाज होने लगा, कतरे को भी दरिया सा होने से ऐतराज़ होने लगा, बुझ गई जो शमाँ खुद ब खुद रोशन होने से पहले, अंधेरे को भी अंधेरा होने का सरफराज होने गया। #Ocean #Nojoto #दरिया #ऐतराज़