#OpenPoetry #कलयुगी भारत# कलयुगी भारत है बडा निराला यहाँ फैला भ्रष्टाचार और हो रहा भयंकर घोटाला जहाँ सुरक्षित नही है बेटियाँ बढ रहे बलात्कार और डकैतियाँ यहाँ है राजनेताओँ का बोलबाला दिया वोटोँ के नाम पर तरक्की का हवाला यहाँ तो बढ रही महंगाई आम आदमी की गई कमाई रोटी, कपडा और मकान खडे कर दिये जनता के कान हर तरफ हाय महंगाई,हाय महंगाई इस देश मे जनता की नही हो रही है भलाई कलयुगी भारत की अजब दास्तां जो सुने हो जाए हैरान हर तरफ मचा है हाहाकार कलयुगी भारत की हो रही जयजयकार कलयुगी भारत है बडा निराला जहाँ है पैसोँ का बोलबाला" #OpenPoetry #kalyugi_bharat #India's_trusth