तारे हैं बाराती जगमगाती आकाश जगमग जगमग है रोशनी नत्य रचाती रात तारे हैं बाराती भू मंडल संग आकाश शर्मा रही है रोशनी नाच रही बारात तारे हैं बाराती नृत्य रचाती रात घूंघट डाल रहे हैं बदरा लगन बरसा रही बरसात तारे हैं बाराती संपूर्ण साक्षी आकाश फेरा कराती अग्नि जयमाला है चांदनी कायनात तारे हैं बाराती जगमगाती आकाश सिंदूरी हो चली रोशनी मांग सजाता प्रकाश तारे हैं बाराती स्वर्ण प्रभात दे रहा आशीर्वाद संग मेरे चंद्रमा चल रहा ससुराल तारे थे बाराती विदाई कराता प्रभात मांग में सजी रोशनी मैं सुहागन आज तारे थे बाराती संपूर्ण साक्षी कायनात।। Priya ✍️❤️ ©Priya Prasad #Merakhayaal #MereKhayaal