जो चाहती है, उसे कौन, कब, कहां करने देता है, मर्द औरत को घर से कब, कहां निकलने देता है, कौनसा है पल जो, उसने खुशी जिया है, वो ग़म बात दो, जो उसने नही सिया है। झूठी शान में जीता है मूछों को मरोड़कर, क्या कभी देखा है उसके दिल को टटोलकर, उसकी कमाई खाने से तेरी शान घटती है, उसकी बनाई रोटी से तेरी ज़ुबान चलती है, तारीफ़ का लालच नहीं मुझकों तेरी ख़ुशी का ख़याल रहता है, तेरे यारों पसंद आएगा ये खाना दिल में बस ये सवाल रहता है। यदि किसी की भबनाओं को ठेस पहुची हो तो कसम कहना कि अब ये हमे दोहराना नही है । आपसे विनम्र निवेदन है कि आपको ये कैसा लगा अवगत कराइयेगा। #international_womens_day #women #aurat #gharwali #patni #biwi #maa #bahen #womenempowerment #surmayeeshayar